राष्ट्रिय हिंदी विद्यालय,
राष्टीय हिंदी विद्यालय अग्रवाल सभा ट्रस्ट का एक अभिन्न अंग है, ये नगर में ह्रदय स्थल में स्थित है, इसका निर्माण १९५८ से १९६२ के मध्य किया गया, ये आस पास के अंचल का पहला हिंदी माध्यम का स्कुल था उस समय नगर में सिर्फ एक सरकारी विद्यालय के अलावा कोई शिक्षा व्यवस्था नहीं थी, वर्तमान में इसके बाहरी 3 व्यवसायिक परिसर है,जो की अग्रवाल सभा ट्रस्ट के अधीनस्थ है,
इतिहास -
सन १९४५ में तत्ल्कालीन पाटना महाराजा से नीलामी में कुल १७ प्लाट जमीन क्रय किया गया, एव समाज के दानदाताओ की मदद से एक लोअर प्राइमरी स्कुल की स्थापना की गयी | इसकी स्थापन की भूमिका सन १९४५ में श्री हजारीमल जी, श्री शिवचंद अग्रवाल, चुन्निलाला महादेव लाल , रामेश्वर लालजी, बालकिशन जी अग्रवाल, सम्पतराम जी, मुसद्दी लालजी मालचंद जी एव श्रीचंद अग्रवाल के तत्वाधान में तैयार की गयी, कालांतर में श्री भूरामलजी अग्रवाल एव श्री बनासिदास जी अग्रवाल, से सक्रीय योगदान से इसे ऊपर प्राइमरी स्कुल तक बढाया गया, क्रमानुसार विबिन्न समाज सेवियों जैसे श्री हरिकिशन अग्ररवाल,श्री तुलसीराम जी, श्री मातुराम जी, श्री ओमकार मल जी, श्री मोजीराम जी, श्री परमानंद अग्रवाल, श्री ओमप्रकाश झरवालियाजी, श्री मणिलाल अग्रवाल, श्री टेकचंद जी जैन, श्री रामनिवास अग्रवाल , श्री बिनोद अग्रवाल(सिनेमा), श्री रमेश अग्रवाल (प्राध्यापक) एव विबिन्न कार्यकर्ताओं द्वारा समय समय पर ईसके विकास कार्यो में अपना योगदान दिया |
भविष्य में यह एकक वृहद् एव सर्व सुविधासुविधा युक्त मल्टी स्पेशलिटी श्री अग्रसेन हॉस्पिटल खोलने की योजना है जिससे पुरे अंचल के लोग लाभान्वित होंगे,,